क्या है APAAR ID? बच्चों के लिए यह क्यों महत्वपूर्ण? जानिए फायदे से लेकर बनाने तक की सारी जानकारी

By Sanjay Kumar

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Apaar id

APAAR ID: आधार कार्ड अब हमारे जीवन का हिस्सा बन गया है। यह आपके लिए राशन की दुकान पर जाने से लेकर सिम कार्ड लेने तक उपयोगी है। अब सरकार बच्चों के लिए एक और ऐसा कार्ड बनाने जा रही है। इससे उन्हें भविष्य में स्कूली शिक्षा से लेकर कॉलेज में दाखिला लेने और यहां तक कि नौकरी पाने में भी मदद मिलेगी। 

अक्सर ऐसा होता है कि छात्रों के उपलब्धियों से संबंधित प्रमाण पत्र अटक जाते हैं, जिसके कारण छात्रों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। हाल ही में शिक्षा मंत्रालय और भारत सरकार ने संयुक्त रूप से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी 2020) के तहत अपार आईडी कार्ड पेश किया है। सरकार ने इसे ‘APAAR ID‘ नाम दिया है। अब यह कैसे बनता है, इसके क्या फायदे हैं, सारी जानकारी हम आपको यहां देंगे।

क्या है APAAR ID का पूरा नाम 

‘अपार कार्ड’ का पूरा नाम (apaar card full form) ‘ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री’ है। इसका मतलब यह है कि सरकार बच्चों के लिए 12 अंकों का आईडी कार्ड बनाएगी, जो बचपन से लेकर उनकी पढ़ाई पूरी होने तक स्थायी रहेगा। भले ही वह स्कूल बदल ले, लेकिन उसका APAAR ID वही रहेगा। यह उनके आधार कार्ड से थोड़ा अलग होगा और एक दूसरे से जुड़ा होगा। इसमें उनकी सारी जानकारी अपने आप बदल जाएगी।

कैसे बनेगा APAAR ID

APAAR ID बनाने के लिए छात्र के पास आधार कार्ड होना आवश्यक है। ‘डिजिलाकर’ पर अकाउंट होना भी जरूरी है। इससे छात्र का ई-केवाईसी पूरा हो जाएगा। विद्यार्थियों को उनके स्कूल या कॉलेज द्वारा ‘APAAR ID‘ दिया जाएगा। इसके लिए रजिस्ट्रेशन बच्चों के माता-पिता की सहमति से किया जाएगा। माता-पिता किसी भी समय अपनी सहमति वापस ले सकते हैं। स्कूल और कॉलेज के छात्रों को एक आवेदन पत्र दिया जाएगा, जिसे वे भरकर अपने अभिभावकों के माध्यम से जमा करा सकते हैं। स्कूल या कॉलेज अभिभावकों की सहमति के बाद ही बच्चों के ‘अपार कार्ड’ बना सकेंगे। अपार कार्ड बनाने के लिए आपको फीस के तौर पर एक भी पैसा नहीं देना होगा।

छात्रों के लिए APAAR ID के लाभ

कार्डधारक छात्रों को बस यात्रा पर सब्सिडी मिल सकती है। कार्डधारक छात्रों को भी परीक्षा शुल्क भुगतान में सुविधा मिलेगी। इस कार्ड के माध्यम से छात्रों को सरकारी संग्रहालयों में निःशुल्क प्रवेश मिल सकेगा। छात्रों को पुस्तकों और स्टेशनरी पर भी छूट मिल सकती है। मनोरंजन पार्कों और छात्रावासों के लिए सब्सिडी माफी उपलब्ध होगी।

कुछ लोगों को अभी भी संदेह है कि आधार कार्ड और अपार कार्ड एक ही चीज हैं, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। आधार कार्ड इस बात का प्रमाण है कि प्रत्येक नागरिक भारत का मूल निवासी है, जिसे शिक्षित और अशिक्षित सभी लोग बनवा सकते हैं, लेकिन अगर अपार कार्ड की बात करें तो इसे केवल वही छात्र बनवा सकते हैं जो किसी शिक्षण संस्थान से शिक्षा ग्रहण कर रहे हों।